Bihar news जिला अभिलेखागार में जिला प्रशासन की औचक छापेमारी
अभिलेखागार के अंदर आने पर पूर्णतः रोक लगाने का जांच अधिकारी ने दिया निर्देश
संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
जिला समाहरणालय परिसर में स्थित जिला अभिलेखागार में अचानक सोमवार को लगभग 1 बजे जिलाधिकारी कुंदन कुमार के निर्देश पर वरीय अपर समाहर्ता नंदकिशोर साह और अपर अनुमंडल पदाधिकारी अनिल कुमार के साथ जिला प्रशासन की टीम ने जिला अभिलेखागार में औचक छापेमारी की। जहाँ सभी को अंदर ही दरवाजा बंद कर अभिलेखागार में घुसने का कारण पूछा गया। जिन्होंने सही कारण बताया उन्हें तत्काल अभिलेखागार से बाहर निकाला गया वहीं जिनके जवाब गोल मोल व संदिग्ध लगे उनसे लगभग आधे घंटे तक रोक कर पूछताछ भी की गई। फिर चेतावनी देकर उन्हें बाहर जाने दिया गया।
वहीं अभिलेखागार के कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी गई कि कोई भी बाहरी व्यक्ति अभिलेखागार में नहीं प्रवेश करना चाहिए। गेट में ताला बंद रहना चाहिए और जो कागज की जानकारी या सच्ची प्रतिलिपि के लिए आते हैं उन्हें काउंटर लगाकर ग्रील के बाहर से ही कागज का लेन देन करें। अभिलेखागार में बिना अधिकार प्रवेश अपराध है। साथ ही किसी भी जमीन के खतियान का लेन देन किसी भी बिचौलियों के माध्यम से नहीं किया जाए। अन्यथा पकड़े जाने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। जांच अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति में अभिलेखागार की संरचना में कुछ मूलभूत बदलाव करते हुए अभिलेखागार को अंदर से बंद रखने का निर्देश दिया। लगभग घंटों चले जांच में कर्मचारियों को कई हिदायत और निर्देश भी दिया गया।
हालांकि वहां आए नागरिकों ने बताया कि जांच जब होनी चाहिए तब नहीं होती है। इन चिलचिलाती धूप में मुख्य द्वार के बाहर से कागजों का कार्य करना अत्यंत ही जीवन के लिए खतरा है। किसी को भी लू लग सकती है। बिना किसी खास सुविधा को दिए वगैर इस तरह से दरवाजे के बाहर से काम करवाना आम जनता के लिए परेशानी का सबक बन सकता है। वहीं अभिलेखागार कार्यालय पर किसी तरह का बोर्ड या नाम भी नहीं लिखें होने की वजह से भी आम जनता को परेशानी उठानी पड़ती है और बिचौलिए इसका फायदा उठा लेते हैं।