मेरठ न्यूज: गरीबों का पेट भरने की जिम्मेदारी प्रशासन ने अपने कधों पर ली।

संवाददाता: रेनू
मेरठ जिले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक बिजेंद्र जी ने थाना सदर बाजार अपनी पुलिस टीम के साथ बेगमपुल पर आज दिनांक 31 मई 2021 को भी प्रवासी मजदूर कामगार व जरूरतमंद लोगों को साईं कालीन के समय नि:शुल्क भोजन वितरण किया गया। लॉकडाउन बढ़ेगा या नही अभी कोई सूचना नहीं है।पर फिर भी यह बहुत घबरायें हुए हैं। ऐसे में इनके लिए दो वक्त का खाना बड़ी ही नेमत है। जिनके डंडों से, नाम से जनता के दिलों में एक भय रहता था है।आज पेट भरने से वहीं जनता इनको दिल से दुआएं दे रहे हैं। मेरठ जिले में नि:शुल्क खाना मिलने पर गरीबों और मजदूर लोगों के चेहरों पर बहुत ही संतोष दिखाई दे रहा है। देश में कोरोना वायरस की वजह से बहुत दिनों से सबकुछ बंद होने से सबसे ज्यादा असर गरीब लोगों पर पड़ा है। बहुत गरीब तो ऐसे भी हैं, जिनके पास खाने का कोई इंतजाम नहीं है। मेरठ पुलिस ने ऐसे सभी लोगों का पेट भरने की जिम्मेदारी ली है। पुलिस प्रशासन अब एक नए चेहरे के साथ लोगों की मदद कर रहा है। बहुत सारे लोग जो रोज ही कमाते और रोज ही खाते थे, लॉकडाउन की वजह से उनको किसी भी तरह का काम नही मिल पा रहा है। जिस कारण इन पर ओर इनके परिवार पर बहुत ही बुरा असर पड़ा है। बहुत गरीब लोग पुलिस के पास फोन कर मदद मांग रहे हैं। कि उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है। उनकी मदद की जाए। फुटपाथ पर लोगों की कतारें लगी हुई है। ये वो लोग हैं जो रोजाना कमाने खाने वाले थे और जिनका रोजगार बंद हो गया है।कोई रिक्शा वाला है, जिसके रिक्शे पर बैठने को अब कोई सवारी नहीं है। कुछ मजदूर भी हैं, जिनके पास कोई मजदूरी नहीं, पुलिस ने अब इन्हें दोनों वक्त खाना खिलाने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है।इनकी खिदमत में पूरा पुलिस प्रशासन लगा हुआ है। बिजेंद्र जी बेगमपुल पर जरूरतमंद गरीब लोगों को नि:शुल्क भोजन कराते हुए। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बिजेंद्र जी बताया कि यह कार्य पिछले 15 दिनों से चल रहा है। तब तक चलता रहेगा जब तक हालत सामान्य नही हो जाते। या सरकार की कोई गाईडलाईन नही आ जाती है। कोरोना वायरस के चलते इनका पहले हैंड सैनिटाइजर कराया जाता है, दूरियां बना दी जाती हैं, ताकि सुरक्षित रहें। खुद ही सदर बाजार प्रभारी निरीक्षक बिजेंद्र जी ने अपने हाथों से किसी भी तरह का निसंकोच किए बिना गरीबों को अपने हाथों से नि:शुल्क भोजन वितरण किया। साथ ही किसी भी तरह की परेशानी हो तो कोई भी व्यक्ति उनके समक्ष अपनी समस्या को पेश कर सकताह है। ऐसे पुलिस अधीक्षक व सहयोगी टीम की पुरे देश में जरूरत है। जो जनता की हित के लिए 24 घंटे दिन रात तैयार रहे।