अम्बेडकर नगर न्यूज: छठ पूजा पर्व पर महिलाऐ डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य

संवाददाता पंकज कुमार
अम्बेडकर नगर जिले के विकास खण्ड़ जहांगीरगंज अन्तर्गत बभनपुरा पीकिया नदी में महिलाएं छठ पूजा में भगवान सूर्यदेव की अराधना की जाती है।छठ का त्योहार मनाया जाता है।छठ की शुरुआत नहाय खाय से होती है।आज छठ के तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जा रहा है। और वही डीजे के धुन पर नाचते दिखे लोग।अम्बेडकर नगर जिले के सभी घाट बिडहर घाट कम्हारिया घाट चांडीपुर घाट गांव सिध्दनाथ मे घाघरा नदी में सभी घाटों तलाबो पर सूर्य देवता को अर्घ्य देने की ।
छठ पूजा का संध्या अर्घ्य। छठ पर्व 17-20 नवंबर 2023 तक है।आज षष्ठी तिथि पर 19 नवंबर को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा । वहीं और 20 नवंबर को सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर छठ व्रत संपन्न होगा।छठ पर्व पर व्रती पूरे 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती है और कठोर नियमों का पालन भी करती है।इसलिए छठ को सबसे कठिन व्रतों में एक माना गया है।छठ के इस महापर्व की शुरुआत नहाय खाय से होती है। और दूसरा दिन खरना, तीसरा दिन अर्घ्य और चौथा दिन पारण दिया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार।
कार्तिक शुक्ल षष्ठी के दिन व्रती महिलाएं छठ का व्रत रखती हैं।इस दिन महिलाएं शाम को किसी नदी या तालाब में खड़े होकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देती हैं।ये अर्घ्य पानी में दूध डालकर दिया जाता है।सूर्यास्त के समय व्रती महिला के साथ परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद रहते हैं।साथ ही इस दिन इस दिन बांस से बनी टोकरी सूप उसमें फल, ठेकुआ, गन्ना, नारियल, फूल, चावल के लड्डू, मूली, कंदमूल आदि रखकर पूजा की जाती है। छठ पूजा के दिन व्रती के साथ घर के अन्य लोग भी सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं।इस मौके पर नितेश निषाद राम पांडे विकास डीजे किछौछा वाले आकाश पटेल अभिषेक पांडे दीपक कुमार सुनील कुमार राहुल पंकज पांडे सहित ग्रामीण महिलाएं आदि लोग मौजूद रहे।