अम्बेडकरनगर न्यूजः संगीतमयी श्रीराम कथा के दूसरे दिन प्रवचन मे श्री राम त्याग और आज्ञा पालन के आदर्शों के रूप लोगों को होना

संवाददाता अम्बेडकर नगर
अम्बेडकर नगर जिले के तहसील आलापुर क्षेत्र मे धर्म के साथ कर्म करते हुए जीव सिद्ध हो जाता है और ईश्वर के समतुल्य हो जाता है जब जब संसार में अनाचार अत्याचार बढ़ता है तब परमेश्वर की तरफ से अवतार होता है। संसार को प्रभु श्री राम के रूप में अवतार मिला जिनमें उच्चतम आदर्श थे जिन को आत्मसात कर मनुष्य जाति अपनी मुक्ति को प्राप्त करते हैं ।
रामकथा संसार का सबसे बड़ा आदर्श है अतः श्री राम कथा का श्रवण जीवों के लिए परम कल्याणकारी होता है । उक्त विचार राजेसुलतानपुर क्षेत्र के लालमनपुर ऊँचेडीह स्थित श्री आदिशक्ति मां परमेश्वरी धाम पर संगीतमयी श्रीराम कथा के दूसरे दिन कथा वाचिका राधिका किशोरी जी ने कही। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम त्याग और आज्ञा पालन के आदर्शों के रूप है। आज के भौतिक जीवन में लोगों को चाहिए कि उनके चरित्र को अपनाकर अपना उद्धार करें । मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामकथा को लोकप्रिय और सहज बनाने का पुण्य कार्य किया जिसे लोग आत्मसात कर अपना जीवन धन्य बना रहे हैं ।। शिव सती के दिव्य प्रसंग को सुन स्रोता समुदाय आह्लादित हो उठे। इससे पूर्व कथा स्थल पर चल रहे महायज्ञ में यज्ञचार्यो ने आहुतियां डाल व मंत्रों का उच्चारण किया जिससे वातावरण स्वच्छ, शुद्ध, सुगंधित और आध्यात्मिक हो गया ।
धाम पर कथा श्रवण और महायज्ञ की परिक्रमा करने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। इस मौके पर बॉसगाँव श्री महामंडलेश्वर स्वामी रामदास महाराज, आयोजक सूर्य प्रकाश दुबे,हनुमान दुबे,डॉ प्रमोद बारी, बाबूराम दुबे, त्रिवेणी यादव, अन्नु सिंह प्रधान, सुरेश तिवारी, विवेक सिंह के आदि लोग मौजूद रहे।