Agra News: जाँच में उलझ कर रह गया एन डी जैन विद्यालय से जबरन निष्कासित किए गए दर्जनभर विद्यार्थियों का भविष्य

संवाद जनवाद टाइम्स न्यूज
बाह: कस्बा के एन डी जैन स्कूल से जबरन निकाले गए दर्जन भर छात्र छात्राओं का भविष्य जाँच के खेल में उलझ कर रह गया है।विद्यालय के प्रधानाचार्य और शिक्षकों की दबंगई के जाल में जांच अधिकारी भी उलझ कर रह गए हैं।निष्कासित छात्रा तनु दुबे और यश भदौरिया के परिजनों ने लगभग डेढ़ माह पूर्व मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, तहसील दिवस सहित अन्य सक्षम अधिकारियों से विद्यालय के प्रधानाचार्य योगेंद्र सिंह शिक्षक राहुल कुमार व क्लर्क दुर्गेश कुमार की दबंगई की शिकायत की थी।
उपजिलाधिकारी ने अधिकारियों को जांच के आदेश दिए थे लेकिन लगभग डेढ़ माह बाद भी बच्चों के भविष्य के बारे में निर्णय नहीं हो सका है।वहीं थक हारकर छात्रा तनु दुबे ने अब भगवान के सामने प्रार्थना कर विद्यालय के प्रधानाचार्य व शिक्षकों की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की है जिससे भविष्य में ये लोग किसी अन्य बच्चे के भविष्य से खिलवाड़ न कर सकें।
वहीं छात्र यश भदौरिया के पिता सुधीर सिंह के मुताबिक उनके बच्चे सहित दर्जन भर बच्चों को बिना कारण विद्यालय से दबंगई निष्कासित किये जाने के बाद जांच अधिकारियों को भी गुमराह किया जा रहा है।विद्यालय द्वारा न तो उन्हें किसी प्रकार की कोई सूचना दी गयी न ही उन्होंने अपने बच्चे की टी सी कटवाने के लिए कोई प्रार्थना पत्र दिया था।उन्होंने बच्चे को जल्द प्रवेश न दिए जाने पर न्यायालय का सहारा लेने की बात कही है।हैरानी की बात तो यह है कि एक ओर तो सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटियों को सरकारी विद्यालयों में स्नातक तक की शिक्षा निःशुल्क दिए जाने की बात करती है।साथ ही प्राइवेट कॉन्वेंट विद्यालयों में भी बारहवीं तक निःशुल्क शिक्षा देने की पक्षधर है।वहीं दूसरी ओर कुछ विद्यालय दबंगई से शुल्क देने के बाबजूद भी बेटियों को शिक्षा ग्रहण करने से मरहूम कर रहे हैं।ऐसे दबंग विद्यालय प्रशासन के खिलाफ क्या कार्यवाही हो पाएगी ये देखने वाली बात है।