Agra News: जीवन रक्षक टीका के लिए बाह में उमड़ रही है भीड़

संवाददाता सुशील चंद्रा
बाह: कोरोना से बचाव में कारगर वैक्सीन को लगवाने के लिए बाह स्वास्थ्य केंद्र में जमकर भीड़ उमड़ रही है।जिसमें खासी संख्या में युवा हैं।स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण कराने के लिए आने वालों का सुबह से ही तांता लग जाता है।स्वास्थ्य केंद्र पर उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर किसी प्रकार की व्यवस्था न होने के कारण सामाजिक दूरी तार तार होती रहती है।
शनिवार से सीएचसी में टीका लगवाने वालों के लिए पहले कोरोना टेस्ट कराने की अनिवार्यता कर दी गयी जिससे लोगों को वैक्सीन लगवाने से पहले कोरोना टेस्ट कराने के लिए भीड़ में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा।सोचने वाली बात यह है कि भीड़ में शामिल लोगों में अगर एक भी व्यक्ति संक्रमित मिला तो वह कितने लोगों को संक्रमित कर देगा।शनिवार को बाह सीएचसी पर 18 से 44 वर्ष के 80 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज दिया गया।
जिसमें बैंगलोर से आये 30 वर्ष के सुधांशु ने टीका लगवाने के बाद बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ टीका लगवाने आये हैं वहाँ टीका उपलब्ध नहीं होने के कारण बाह में पंजीकरण करने के बाद आज वैक्सीन की पहली डोज ली है।टीका लगवाने के बाद बैंगलोर निवासी पति पत्नी ने एक दूसरे के शरीर को ऊपर से नीचे तक सेनेटाइजर का छिड़काव कर सेनेटाइज किया।वहीं इटावा से आये परिवार में 30 वर्ष के अभिनव,हिमांशु 35 वर्ष व पत्नी मोनिका 33 वर्ष का भी कहना था कि इटावा में भी टीका उपलब्ध नहीं है जिसके कारण देहात में आकर टीका लगवाया है।
टीकाकरण कराने आए डायमंड एक्सपोर्ट कंपनी आगरा के कर्मचारी
वहीं आगरा से भी डायमंड एक्सपोर्ट कंपनी के 5 कर्मचारी चंद्र शेखर,मुकेश कुमार, ब्रिजेन्द्र सिंह, राजेश पांडे,श्रीश चंद्र बाह में टीकाकरण कराने के लिए आये।वहीं 45 से 60 वर्ष वालों में 20 लोगों ने पहली डोज जबकि 22 लोगों ने दूसरी डोज लगवायी।60 से ऊपर वालों में 7 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज जबकि 11 लोगों ने दूसरी डोज लगवायी।
इंटरनेट और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की जानकारी के अभाव में देहात के लोग नहीं ले पा रहे टीकाकरण का लाभ:
कस्बा के बाह और बटेश्वर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने वालों का इन दिनों तांता लगा रहता है जिसमें देश के कोने कोने से ही नहीं अपितु विदेश के भी लोग बाह और बटेश्वर के स्वास्थ्य केंद्र पर टीका लगवाने के लिए भारी भरकम धनराशि खर्च करके आ रहे हैं।टीकाकरण कराने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की अनिवार्यता के चलते कस्बा और देहात के लोग टीकाकरण का लाभ नहीं ले पा रहे हैं जबकि बाहरी लोग इंटरनेट और ऑनलाइन प्रकिया की जानकारी होने के कारण देहात के लोगों के हिस्से की वैक्सीन लगवाकर जा रहे हैं।देहात के जिन लोगों को भी इस ऑनलाइन टीकाकरण प्रकिया की जानकारी है वो भी स्लॉट खाली न होने के कारण इस टीकाकरण का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
बैंगलोर निवासी पति पत्नी एक दूसरे के शरीर को सेनेटाइज करते हुए
बाह स्वास्थ्य केंद्र पर आए समाजसेवी राजू चौहान और श्याम शर्मा का कहना था कि जब दूर देश के कोने कोने से लोग काफी रुपये खर्च कर देहात के केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने आएंगे तो देहात के लोग कैसे टीका लगवा पाएंगे।सरकार को बाहर के लोगों के टीकाकरण की व्यवस्था उन्ही के शहरों में करनी चाहिए जब वो काफी पैसा खर्च कर यहाँ तक आ सकते हैं तो फिर वे उसी शहर में भी प्राइवेट में वैक्सीन लगवा सकते हैं जिससे ग्रामीण जनता को भी इस जीवन रक्षक कवच का लाभ मिल सके।