Breaking Newsआगराई-पेपरउतरप्रदेश

राष्ट्रीय खेल दिवस विशेषांक

संवाद जनवाद टाइम्स न्यूज:

29 अगस्त को महान खिलाड़ी और हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में घोषित है। भारत विश्व में आबादी के मामले में दूसरे स्थान पर है परन्तु जब बात बड़ी खेल प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन की आती है तो हम स्वयं को अन्य छोटे-छोटे राष्ट्रों से भी पीछे खड़ा हुआ पाते हैं। ओलंपिक खेल विश्व स्तर पर खेलों का सबसे बड़ा आयोजन है। बड़ी जनसंख्या होने के बावजूद भी जब हम पदक तालिका की बात करते हैं तो हॉकी खेल के आठ स्वर्ण पदक के अलावा केवल दो व्यक्तिगत पदक अभिनव बिंद्रा एवं नीरज चोपड़ा के साथ स्वयं को बहुत पिछड़ा हुआ पाते हैं। लाखों लोग प्रतिदिन खेलकूद गतिविधियों में प्रतिभाग करते हैं इनमें से कुछ भविष्य निर्धारण हेतु खेल का चुनाव करते हैं। सभी को खेलने के लिए अच्छे खेल वातावरण का अधिकार है। यूनेस्को के अंतर्राष्ट्रीय दस्तावेज के अनुसार “शारीरिक शिक्षा एवं खेल का अभ्यास सभी का एक मौलिक अधिकार है”। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 में भी खेलकूद जीवन जीने का अधिकार में समाहित है।

भारत में खेलों को बढ़ावा देने के लिए 2012 से प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। 29 अगस्त का दिन हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में चुना गया है। वर्तमान दशा में आवश्यकता है कि शिक्षा के प्रत्येक स्तर पर खेलों को बढ़ावा दिया जाए तभी भारत खेलों में अग्रणी हो सकता है और हम सच्चे अर्थों में हॉकी के महान जादूगर मेजर ध्यानचंद जी को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
राष्ट्रीय खेल दिवस की अशेष शुभकामनाओं सहित

अनुज कुमार – अस्सिटेंट प्रोफेसर भदावर विद्या मंदिर पी जी कॉलेज बाह , आगरा

Related Articles

Back to top button
जनवाद टाइम्स