Bihar News:देश बेंचू आदमखोर, मोदी-शाह गद्दी छोड़ो किसान महासभा ने मनाया काला दिवस

संवाददाता मोहन सिंह
बेतिया: 6 माह बीत जाने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा किसान आन्दोलन के प्रति नकारात्मक रूख व हठधर्मिता के खिलाफ 26 मई 2021को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पश्चिम चंपारण जिला के विभिन्न गांवों में किसान महासभा के नेतृत्व में धरना, प्रदर्शन कर काला दिवस मनाया।उक्त अवसर पर किसान महासभा के जिला अध्यक्ष सुनील कुमार राव ने कहा कि प्रधानमंत्री कोरोना संकट को अवसर में बदलने का नारा देकर लाभवाली सरकारी संस्थानों का निजीकरण किया और फिर खेती को भी अंबानी अडानी के हाथों गिरवी रख दिया।
जिसका बिरोध देश के किसान 6 माह से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठकर कर रहे हैं किंतु इनकी माँगो पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसलिए ऐसे नकारा मोदी -शाह को तत्काल इस्तीफा देने की मांग करते हैं। किसानों की आय दूगना करने की बात करते हुए कृषि लागत को ही कई गुना ज्यादा बढाते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डाक्टरों, दिल्ली उच्च न्यायालय व अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया का हवाला देते हुए कहा कि सबो ने आक्सीजन का प्राणघाती कमी और लाकडाउन धज्जियां उड़ाते हुए धार्मिक जमावडो, चुनावी रैलियो के लिए सीधे प्रधानमंत्री को जिम्मेवार ठहराया है। इतना ही नहीं, उनलोगों ने डाक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों व आमजनों की हो रही मौतों को जनसंहार की संज्ञा दी है। और सच्चाई ये है कि कोरोना काल मे हो रही मौत पूरे तरह से सरकार की विफलता है। जोखू चौधरी ने कहा कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के 6 माह पूरा हो चुका है
बिभिन्न मांगो को लेकर किसान लगातार संघर्ष कर रहा है हमारी मांग है की फासीवादी केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों को बिना शर्त रद्द करें और C2 के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाए। ठाकुर साह ने कहा बटाईदार किसानों को पहचान पत्र देते हुए सरकारी सहायता दिया जाए। उक्त अखिलेश प्रसाद, सुरेंद्र साह, अवसर पर विनोद कुशवाहा, बिंदा लाल प्रसाद, जितेंद्र शाह,सूरज पटेल आदि मौजूद थे।