बनाए गए ज्यादातर क्वारंटीन वार्ड खाली, घरों को गए लोग, विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है
मनोज कुमार राजौरिया इटावा : जिले में जयपुर, दिल्ली, नोएडा और अन्य शहरों से 10 हजार से अधिक लोग आए हैं। इनमें 8924 को प्रशासन चिह्नित भी कर चुका है। बाहर से आए सभी लोगों को गांवों व नगरों में क्वारंटीन वार्डों बनाकर रखा जाना था। कुछ जगह क्वारंटीन वार्ड नहीं बनाए गए और जहां वार्ड बने वहां से ज्यादातर लोग अपने घरों को चले गए हैं। ज्यादातर क्वारंटीन वार्ड खाली पड़े हैं। ऐसे लोगों से ही कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा रहता है।
बढ़पुरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत आवारी में क्वारंटीन वार्ड खाली पड़ा है। इस गांव में कई लोग दूसरे शहरों से आए हैं। ये लोग अपने घरों में चले गए और अब गांव में घूम रहे हैं। अजबपुर गांव के
क्वारंटीन वार्ड में ताला लगा है। दूसरे शहरों और प्रदेशों से आए लोग गांव में घूम रहे हैं।
ताखा ब्लॉक की सभी 42 ग्राम पंचायत में क्वारंटीन वार्ड बनाने का दावा कर रहे हैं। भरतपुर खुर्द में 30 लोग नागपुर, नोएडा, दिल्ली से आए हैं। गांव कदमपुर में 38, मोहरी में 48, कुदरैल में 52, बम्हनीपुर में 15, पुरैला में 28, बदकन शाहपुर में 22, ताखा में 40, सरसईनावर में 60 समेत ब्लॉक के गांवों में लगभग 2000 लोग दूसरे प्रदेशों व शहरों से लौटे हैं। इनमें से एक को भी क्वारंटाइन वार्ड में नहीं रोका गया है। सबसे ज्यादा लोग ब्लॉक क्षेत्र के गांवों में बाहरी प्रदेशों व शहरों से लौटे हैं, लेकिन क्वारंटीन वार्ड में रुकने के बजाए घर चले गए और गांव में घूम रहे हैं। पुरावली ,मेहंदीपुर ,बस्ती, महेवा, शेरपुर, सुनवर्षा के क्वारंटीन वार्ड खाली पड़े हैं। पुरावली 53, महेवा में 14, सुनवर्षा में 22 ,फतेहपुरा 54 , आनेपुर 30, बहेड़ा में 15 लोग बाहर से लौटे हैं।
चकरनगर ब्लॉक में केवल एक गांव में क्वारंटीन वार्ड बना है। वह भी खाली पड़ा है। सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी राजपुर डॉ.अवधेश यादव ने बताया कि बाहर से आने वालों की जांच की जा रही है। मंगलवार को 140 से ज्यादा लोगों की जांच हुई।
भरथना ब्लाक के ऊमरसेंडा गांव के प्राथमिक विद्यालय में दिल्ली से आए अभिलाख, शिवनाथ, संजीव, अवनीश कुमार समेत 10 लोगों को स्कूल में रोका गया है। अन्य गांवों के क्वारंटीन वार्ड खाली हैं। सैफई, जयवंतनगर, बसरेहर, ब्लॉक के गांवों के ज्यादातर क्वारंटीन वार्ड भी खाली पड़े हैं।