मेरठ न्यूज: कूड़े के कारण नालों की निकासी बंद
संवाददाता: मनीष गुप्ता
मेरठ शहर में कॉलोनियों के आस पास से पानी निकासी के लिए बड़े बड़े नालों का निर्माण तो किया गया। परंतु उनकी सफाई पर किसी का ध्यान नहीं है। जिनमें कूड़ा – करकट जमा हो जाता है। जो लोगों को बहुत परेशान कर रहा है। नगर निगम की तरफ से नालियों को साफ नहीं कराया जाता । कूड़े से नालियों में पानी भर जाता है जिस कारण नरक जैसे हालात बन जाते हैं। यह पानी भरने के बाद घरों में भी भर जाता है। इस महामारी के दौर में शहर में सफाई कराने और मच्छरों से निजात दिलाने के लिए फॉगिंग व एंटी लारवा का छिड़काव तो बहुत ही दूर की बात इन जगहों रोज कूड़ा भी नही उठाया जाता। कोरोना जैसी भयंकर महामारी नियंत्रण के अनुसार कोई सेनिटाइजेसन तक नही करवाया जाता, जबकि प्रदेश में महामारी के बेकाबू हालात में ये जिम्मेदारी नगर निगम की होती है।
लेकिन नगर- निगम इस व्यवस्था में फेल साबित हो रहा है। मेरठ जिले में सभी प्रमुख स्थानों, चौराहों और मार्गो पर कूड़े के ढ़ेर लगे रहते हैं। जिनको उठाने के लिए नगर-निगम की गाड़ी भी नहीं आती। मेरठ जिले के प्रमुख स्थानों पर सड़कों के किनारे लगभग 30 मीटर दूरी तक कूड़े का ढ़ेर लगे हुए है। इन मार्गो पर अधिकांश खाली पड़ी जमीन पर कूड़ा ही कूड़ा पड़ा है। जिसकी दुर्गधं से लोग परेशान हैं। लोगों का सांस लेना भी दुशवार हुआ पडा़ है।इन स्थानों पर गंदगी से मच्छरों की भरमार है। जिससे लोग बीमार हो रहे हैं। लेकिन नगर आयुक्त व नगर स्वास्थ्य अधिकारी शहर की जनता की जान की फिक्र ही नहीं है।