कोरोना कहर: किसान की संदिग्ध स्थिति में मौत से हड़कंप, लिया गया सैंपल, फिलहाल नहीं मिले कोरोना के लक्षण

संवाददाता मनोज कुमार राजौरिया : बीमारी से ग्रसित दिल्ली से लौटे एक किसान की इलाज के दौरान आगरा में संदिग्ध मौत हो गई। इससे पूर्व परिजन मरीज को कोरोना वायरल से आशंका पर इटावा शहर के एक नर्सिंग होम में लेकर गए थे। लेकिन उसको सैफई अस्पताल भेज दिया। सैफई अस्पताल में उसका इलाज करने के बजाय घर ले जाने को कहने पर आगरा में भर्ती कराया गया था।
भरथना विकास खण्ड क्षेत्र के एक गांव में रहने वाला 45 वर्षीय किसान रविवार को अपने रिश्तेदार के घर से दिल्ली से लौटा था। सोमवार को गांव में उसके गले में सूजन व खांसी बुखार हुआ तो घबराए परिवार के लोग उसको लेकर इटावा के एक नर्सिंग होम में ले गए। नर्सिंग होम से उसको सैफई मेडिकल युनिवर्सिटी भेज दिया गया। किसान के रिश्तेदार का आरोप है कि सैफई में समस्या बताने और संभावित कोरोना होने की बात कही तो उसको घर जाने को कह दिया गया। इससे घबराए परिवार के लोग उसको लेकर आगरा पहुंचे और भगवान टाकीज के पास स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया। मंगलवार को रात को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद परिवार के लोग शव लेकर गांव पहुंचे। इसकी जानकारी एसडीएम भरथना को दी गई। उन्होंने सीएचसी भरथना को निर्देश देकर टीम को गांव भेजा। टीम के प्रभारी डा.अमित दीक्षित ने शव का परीक्षण किया और उसके परिवार व आसपास के लोगों की जांच पड़ताल की लेकिन कोरोना जैसे कोई लक्षण नहीं मिले, फिर भी शव का सैंपल लिया गया है। एसडीएम ने बताया कि डाक्टर को भेजकर जानकारी कराई गई थी, डाक्टर ने रिपोर्ट दी है कि कोरोना का लक्षण नहीं है। वह लंबे समय से हार्ट पेसेंट थे और संभवत उसी से मौत हुई होगी।