Bihar News : महुँआ में आधुनिक तरीके से मशरूम की उपज
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार हाजीपुर वैशाली। महुँआ में आधुनिक तरीके से मशरूम की उपज कराकर अच्छी खासी आमदनी कर रहे क्ई व्यक्ति, महुँआ के रामपुर सिघाड़ा निवासी शंभू ठाकुर ने मशरूम की यूनिट दिखाते हूए बताया कि आधुनिक तरीके से मशरूम की उपज के लिए उन्होंने एक यूनिट मे 100मशरूम के सिलेडर लगाए थे।जिसकी लागत लगभग 7000से8000पूरे खर्च के साथ आता है।एक महीने मे इस तरीक़े से मशरूम के सिलेडर मे फल निकलना शुरू हो जाता है।दो महीने मे एक सिलूडर से लगभग डेढ से दो किलोग्राम मशरूम की उपज होती है जो200रूपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक जाता है।इस तरह मशरूम के एक यूनिट पर खर्च काटकर20,25 हजार रूपये की आमदनी होती है।एक यूनिट के लिए महज10/10का जगह पर्याप्त है।इस तरह यदि मशरूम की पांच यूनिट लगायी जाए तथा उसकी सही तरीके से देख रेख की जाए तो लाखों की अच्छी खासी आमदनी की जा सकती है।आधुनिक तरीके से मशरूम की उपज ग्रामीण क्षेत्र मे भी अच्छी खासी आमदनी का जरिया बन सकता है
फोटो संलग्न।र में आधुनिक तरीके से मशरूम की उपज कराकर अच्छी खासी आमदनी कर रहे क्ई व्यक्ति, महुँआ के रामपुर सिघाड़ा निवासी शंभू ठाकुर ने मशरूम की यूनिट दिखाते हूए बताया कि आधुनिक तरीके से मशरूम की उपज के लिए उन्होंने एक यूनिट मे 100 मशरूम के सिलेडर लगाए थे।जिसकी लागत लगभग 7000 से 8000 पूरे खर्च के साथ आता है।
एक महीने मे इस तरीक़े से मशरूम के सिलेडर मे फल निकलना शुरू हो जाता है।दो महीने मे एक सिलूडर से लगभग डेढ से दो किलोग्राम मशरूम की उपज होती है जो200रूपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक जाता है।इस तरह मशरूम के एक यूनिट पर खर्च काटकर20,25 हजार रूपये की आमदनी होती है।
एक यूनिट के लिए महज10/10का जगह पर्याप्त है।इस तरह यदि मशरूम की पांच यूनिट लगायी जाए तथा उसकी सही तरीके से देख रेख की जाए तो लाखों की अच्छी खासी आमदनी की जा सकती है।आधुनिक तरीके से मशरूम की उपज ग्रामीण क्षेत्र मे भी अच्छी खासी आमदनी का जरिया बन सकता है।