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Bihar News दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आने पर घबराने की जरूरत नहीं, यह फाइलेरिया परजीवी के मरने का है संकेत- सीएस डॉ विजय कुमार

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया

फाइलेरिया उन्मूलन के स्वास्थ्य विभाग काफ़ी गंभीर है, जिले के 14 प्रखंडो में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम जोरों पर चलाई जा रहीं है। इसी बीच दवा सेवन के उपरांत
कहीं कहीं बच्चों के अंदर हल्का साइड इफेक्ट होने की बातें सामने आती है जिससे लोग घबरा जाते है, जबकि इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, यह कहना है जिले के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार का। उन्होंने बताया की सर्वजन दवा खाने के बाद उल्टी या चक्कर आने पर घबराए नहीं।

Bihar News There is no need to panic if you feel nauseous or dizzy after taking the medicine, this is a sign of the death of the filaria parasite - CS Dr. Vijay Kumar

यह फाइलेरिया परजीवी के मरने का एक शुभ संकेत है।फाइलेरिया के परजीवी दवा सेवन से मरते हैं, जिसके कारण उल्टी, चक्कर या सर दर्द जैसे छोटी-मोटी शिकायत हो सकती है जो धीरे धीरे सामान्य हो जाता है।उन्होंने बताया की खाली पेट दवा न खाने की लोगों को सलाह दी जाती है, किसी भी तरह की दिक्कत हो नजदीकी अस्पताल जाना चाहिए और अफवाहों से बचना चाहिए। आशा के पास भी क्विक रिस्पांस टीम बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमेशा तत्पर है। गाँव से लेकर जिला स्तर पर स्वाथ्य कर्मी किसी भी तरह की समस्या से आपको बचाने के लिए तैयार हैं। आइये एक बार फ़िर एक जुट होकर दवा सेवन का संकल्प लें और फाइलेरिया को दूर भगाएं।

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– स्वास्थ्य कर्मियों के सामने खानी है दवा:

डीभीडीसीओ डॉ नवल किशोर प्रसाद ने बताया की स्वास्थ्य कर्मियों के सामने खानी है दवा, 02 से 5 वर्ष की उम्र तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एलबेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी। एलबेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है। खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है।वहीं जिले के भीडीसीओ प्रशांत कुमार ने बताया की केवल गर्भवती महिलाओं, दो साल से कम उम्र के बच्चों एवं गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को यह दवा सेवन नहीं करनी है। दो साल से पांच साल तक के बच्चे भी फाइलेरिया दवाओं का सेवन कर सकते हैं और स्वास्थ्य कर्मी की निगरानी में ही दवा का सेवन करना है।

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जनवाद टाइम्स