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Bihar News 75 वां गणतंत्र दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया

75 वां गणतंत्र दिवस समारोह संपूर्ण जिला क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्थानीय महाराजा स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में ललित कुमार यादव, प्रभारी मंत्री, बेतिया-सह- मंत्री लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण तथा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, बिहार सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस परेड का निरीक्षण किया गया तथा झंडोत्तोलन किया गया।

इस अवसर पर विधान पार्षद, सौरभ कुमार, महापौर, नगर निगम, बेतिया, श्रीमती गरिमा देवी सिकारिया एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय, उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनिल राय, अपर समाहर्ता, विभागीय जांच, अखिलेश कुमार, एसडीएम, बेतिया, विनोद कुमार, एएसडीएम, बेतिया, अनिल कुमार, नगर आयुक्त, नगर निगम, बेतिया, शंभु कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, कुमार रविन्द्र, वरीय उप समाहर्ता, सुजीत बरनवाल, विपिन कुमार यादव, जिला खेल पदाधिकारी, विजय पडित, उप निर्वाचन पदाधिकारी, लालबहादुर राय, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, अनंत कुमार, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, अनिल कुमार, निदेशक, डीआरडीए, अरूण प्रकाश, विशेष कार्य पदाधिकारी, सुजीत कुमार, सिविल सर्जन, डॉ0 श्रीकांत दूबे सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी, कर्मी, गणमान्य व्यक्ति, पत्रकारगण, छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित थे।

मुख्य समारोह स्थल के उपरांत समाहरणालय प्रांगण में जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। विकास भवन में उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, पुलिस अधीक्षक कार्यालय बेतिया में एसपी, अमरकेश डी द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। इसके साथ ही सभी कार्यालय प्रधान द्वारा अपने कार्यालय तथा आवंटित महादलित बस्तियों में झंडोत्तोलन कार्यक्रम में भाग लिया गया।

मुख्य समारोह स्थल महाराजा स्टेडियम में प्रभारी मंत्री ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम में पश्चिम चम्पारण जिला के योगदान एवं बलिदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। जिले में क्रियान्वित विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित उपलब्धियों को साझा किया।

उन्होंने कहा कि आज ही के दिन सन् 1950 में हमारा देश गणतंत्र बना। इसी दिन से हमारे देश में भारत का संविधान लागू किया गया। पश्चिम चम्पारण वह जिला है जहां से भारतीय आजादी का शंखनाद हुआ, आज उसी भूमि पर राष्ट्रीय झण्डोत्तोलन करते हुए मैं अपार हर्ष का अनुभव कर रहा हूँ।

भारत की आजादी के समग्र इतिहास में पश्चिम चम्पारण जिला का अतुलनीय योगदान रहा है। वर्ष 1907 ई0 से ही चम्पारण के किसान, नीलहों के अत्याचार के विरूद्ध समय-समय पर संघर्ष करते आ रहे थे, जिसका नेतृत्व जिला स्तर के नेताओं श्री शेख गुलाब, शीतल राय, पंडित राजकुमार शुक्ल आदि द्वारा किया जा रहा था। पंडित राजकुमार शुक्ल द्वारा सन् 1916 ई0 के कांग्रेस के 31 वें लखनऊ अधिवेशन में सम्पूर्ण जिले के दुख-दर्द से महात्मा गाँधी को अवगत कराया गया, जिससे प्रभावित होकर गाँधी जी ने चम्पारण के रैयतों के बारे में एक सहानुभूति प्रस्ताव पारित कराया। पंडित राजकुमार शुक्ल के प्रयास से 15 अपै्रल, 1917 को चम्पारण की धरती पर महात्मा गाँधी का आगमन हुआ तथा उनके नेतृत्व में नील आंदोलन चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप नीलहों के अमानवीय अत्याचार से चम्पारण के किसानों को मुक्ति मिली।Bihar News 75th Republic Day celebrations were celebrated with great enthusiasm.

अगस्त, 1942 में महात्मा गाँधी के “करो या मरो” के आह्वान पर 24 अगस्त, 1942 को बेतिया में लगभग 10,000 से ज्यादा निहत्थे प्रदर्शनकारियों ने अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ों का नारा बुलंद किया। इसी के क्रम में अंग्रेजी सरकार द्वारा निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर गोली चलायी गयी जिसमें भारत माता के आठ सपूत रामेश्वर मिश्र, गणेश राव, भागवत उपाध्याय, जगन्नाथ पुरी, फौजदार अहीर, तुलसी राउत, गणेश राय एवं भिखारी कोईरी शहीद हुए। इन सपूतों की याद में बेतिया में शहीद स्मारक का निर्माण कराया गया है। इस शुभ अवसर पर आजादी के वीर सेनानी, महान सपूत जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपने जीवन का बलिदान दिया, उन्हें मैं नमन करता हूँ।

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जनवाद टाइम्स