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Bihar. News जिला शिक्षा पदाधिकारी के भ्रष्टाचार को लेकर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ ने खोला मोर्चा

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया

पश्चिम चम्पारण में जिला प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण के भ्रष्टाचार के खिलाफ बहुत बड़ा मोर्चा सोमवार को खोल दिया है। जिसकी शुरूआत जिले के गौनाहा प्रखंड स्थित गांधी जी के भितिहरवा आश्रम से एक सभा के साथ शुरू किया गया। जहाँ संघ के आयोजित सभा में बिहार के भिन्न भिन्न जिलों से आए शिक्षक नेता और स्थानीय जिले के शिक्षकों ने शिक्षा पदाधिकारी के खिलाफ जमकर अपना भड़ास निकाला।

आश्रम के पास सभा कर विभिन्न वाहनों से विरोध यात्रा निकालकर बेतिया मुख्यालय के समाहरणालय के समीप एक बड़ी सभा का आयोजन कर अपनी चेतावनी भरी गर्जना से शिक्षा पदाधिकारी को भ्रष्ट और चोर बताकर कार्यशैली सुधारने का खुला चुनौती दिया। वहीं यदि वो सुधरना नहीं चाहते तो उनका स्थानांतरण पश्चिम चम्पारण से भी करने का मांग सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों से किया। साथ ही संघ के नेताओं ने यह भी कहा कि ऐसे शिक्षा पदाधिकारी को पश्चिम चम्पारण में ना पदस्थापित किया जाए जो अपने मुंह मियां मिट्ठू बनकर ईमानदार होने का गुणगान करता हो और बिना पैसा (रिश्वत) लिए एक काम नहीं करता हो। ऐसे दुर्लभ कथित ईमानदार जिला शिक्षा पदाधिकारी की आवश्यकता पश्चिम चम्पारण के इस पावन भूमि को नहीं है।

बेतिया में संघ द्वारा हो रहे प्रर्दशन सभा के मुख्य अतिथि पश्चिम चम्पारण के सांसद संजय जयसवाल, चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह और भाजपा जिलाध्यक्ष दीपेन्द्र सर्राफ रहें। जिससे यह पूर्ण लक्षित दिखा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के खिलाफ शिक्षक संघ के मोर्चा को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा का समर्थन दिखा।

गौनाहा प्रखण्ड अंतगर्त शहादत दिवस के अवसर पर गांधी आश्रम भितिहारवा से जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षा विभाग में बढ़ते व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ भ्रष्टाचार उन्मूलन यात्रा एवं धरना का आयोजन किया गया। जहाँ कार्यक्रम का अध्यक्षता कर रहे गौतम प्रसाद राव, प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ से आए नागेंद्र नाथ शर्मा, प्रधान महासचिव, मनोज कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष, पटना, मिथिलेश शर्मा, प्रधान सचिव पटना, हरेंद्र प्रसाद राव, अध्यक्ष पटना प्रमंडल, उमेश सिंह, प्रधान सचिव भोजपुर जयराम सिंह, अध्यक्ष मगध प्रमंडल, रंजन कुमार सिंह, सचिव सहरसा एवं राज्य कार्यकारिणी समिति सदस्य, शंकर सिंह, प्रधान सचिव, राज्य कार्यकारिणी सदस्य शिवहर, मोहम्मद जमरूद्दीन, अध्यक्ष शिवहर एवं सचिव बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ, संपत कुमार राय, कार्यकारी अध्यक्ष भोजपुर, सुधीर सिंह, भोजपुर, पवन कुमार प्रतापी संगठन सचिव मुजफ्फरपुर, राजकिशोर, प्रधान सचिव, सिवान, सत्येंद्र मिश्रा, सचिव, सीतामढ़ी, को जिला शिक्षक संघ के द्वारा माला पहनाकर अंग वस्त्र देते हुए सम्मानित किया गया। वही इस अवसर पर उपस्थित जिला शिक्षक संघ के वरीय उपाध्यक्ष बेचू प्रसाद यादव, सेवानिवृत्त शिक्षक मुजम्मिल हुसैन, वरीय शिक्षक बृजेश कुमार यादव ,फेकू राम, सोनू यादव, सचिन कुमार राम, राजू केसरी, मनोज मांझी, अनिल यादव, परशुराम यादव सिंह , सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।भितिहरवा आश्रम से सभा के साथ शुरू हुआ विरोध प्रर्दशन विरोध यात्रा में तब्दील होकर बेतिया समाहरणालय के पास पहुंच कर एक बार फिर सभा में तब्दील हो गया।

जहाँ सभा की शुरुआत के साथ उपस्थित सांसद डॉ संजय जयसवाल और विधायक उमाकांत सिंह को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। जहाँ प्रदेश से आए शिक्षक संघ के वक्ताओं द्वारा बेतिया जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण पर शिक्षकों से हस्तांतरण, शिक्षक नियोजन तथा अन्य मामले में अवैध उगाही एवं शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए सभी वक्ताओं ने अपने अपने लहजे में जिला शिक्षा पदाधिकारी का भ्रष्टाचार का लंबा चौड़ा कहानियां सुनाते हुए उन पर लगाम लगाने की बात कही गई।

वही नागेन्द्र नाथ शर्मा ने जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीन को चोर का उपाधि देते हुए कहा कि यदि हमारे शिक्षको को प्रताड़ित और लूटने का काम बंद नही किया तो उसके कार्यालय में उसको जिंदा जलाने का काम हमलोग करेंगे। साथ ही चेतावनी लहजे में जिला शिक्षा पदाधिकारी का स्थानांतरण पश्चिम चम्पारण जिला से करने की मांग की।

विधायक उमाकांत सिंह ने भी शिक्षक संघ के मांगों को अपना समर्थन देते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में जिस अधिकारी को पदस्थापित जिस विभाग में भी किया जाता है वो उस विभाग में ही बना रहता है। सभी अपने पदस्थापना के समय सीमा से भी अधिक के कार्यकाल अपनी कुर्सी पर बिता चुके हैं, फिर भी उन्हें उसी जगह सरकार जमा कर रखे हुए है। ऐसे में भ्रष्टाचार नहीं होगी तो क्या होगी। अंचल से लेकर सभी कार्यालय में बिना रिश्वत रूपी सेवा शुल्क दिए किसी का काम नहीं हो सकता। आज जब शिक्षक संघ ने अपना प्रर्दशन किया है तो जरूर पानी सर से ऊपर जा चुका है। जिसके कारण यह विरोध यात्रा निकला है। इस पूरे मामले को लेकर विधानसभा में भाजपा (विपक्षी पार्टी) सरकार से जवाब मांगेगी और घेरेगी। भ्रष्ट अधिकारियों का स्थानांतरण करवा कर ही चैन की सांस ली जाएगी।

सांसद डॉ संजय जयसवाल ने कहा कि संघ के प्रर्दशन और उनकी उपस्थिति देखकर यह निश्चित रूप से कहीं ना कहीं बड़े भ्रष्टाचार की तरफ इशारा कर रहा है। पहले जो शिकायत नहीं करते थे वो भी आज खुलेआम शिकायत कर रहे हैं तो निश्चित ही शिक्षा विभाग में सबकुछ ठीक नहीं है। जिसको लेकर भाजपा सरकार को वर्तमान वस्तु स्थिति की जानकारी देगी और शिक्षा पदाधिकारी का स्थानांतरण करवाने की मांग करेगी।Bihar. News जिला शिक्षा पदाधिकारी के भ्रष्टाचार को लेकर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ ने खोला मोर्चा

शिक्षक संघ द्वारा जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण को एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें उन्होंने अपने 15 मांगों को रखा है। जिसमें मुख्य रुप से नामांकन और टीसी के नाम पर शिक्षकों को भयभीत और बिचौलियों के माध्यम से शोषण को बंद कर नामांकन पंजी में आरोप मुक्त किया जाए। निरीक्षण के क्रम में प्रथम पत्र द्वारा सुधारात्मक पत्र प्रेषित किया जाए ना कि स्पष्टीकरण का। भ्रष्टाचार के जननी लिपिकों के सम्भाग में परिवर्तन किया जाए। नियमों को ताक पद रखकर प्रतिनियोजन उधोग को बंद किया जाए। जिला संवर्गीय शिक्षकों का ऐच्छिक स्थानांतरण हो। सभी कोटि के शिक्षकों का अंतर वेतन डीपीई के वेतन का अंतर वेतन राशि, महंगाई भत्ता का अंतर राशि 3,4 एवं 5 प्रतिशत महंगाई भर्ती का एरियर का भुगतान /डीएलएड अंतर राशि का भुगतान एन आई ओ एस प्रशिक्षित अंतर राशि भुगतान मिलें। 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि का लम्बित एरियर भुगतान मिलें। बेसिक ग्रेड से स्नातक ग्रेड में प्रोनोन्नति हो। स्नातक वेतनमान में प्रोनोन्नति एवं अंतर वेतन प्राप्त शिक्षकों का प्रधानाध्यापक पद पर प्रोनोन्नति मिलें। मृत शिक्षकों के आश्रितों को अनुकंपा लाभ के तहत नियुक्ति जो वर्षों से लम्बित है। वरीय वेतन मान एवं प्रवरण वेतनमान प्राप्त जिसमें सेवानिवृत्त शिक्षक का अंतर राशि भुगतान हो। एम ए एसपी का लाभ शीघ्र दिया जाए। कार्यालय की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाई जाए। शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण हेतु समय सीमा का निर्धारण किया जाए और अप्रशिक्षित शिक्षकों को सेवा मुक्त ना कर विभाग द्वारा प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए।

बेतिया समाहरणालय के समीप अपनी मांगों को लेकर सैकड़ों शिक्षकों ने अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए वक्ताओं के बातों और अपने मांगों का समर्थन किया।

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जनवाद टाइम्स