Bihar News : मोदी सरकार द्वारा लाए गए मजदूर विरोधी चार श्रम संहिता की वापसी की मांग पर निर्माण मजदूरों ने श्रम अधीक्षक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर सभा किया: जवाहर प्रसाद

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
ऑल इंडिया सेंट्रल कॉउंसल ऑफ ट्रेड यूनियन (एक्टू) से संबद्ध बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन पश्चिम चंपारण यूनिट द्वारा राज्य ब्यापी कार्यक्रम के तहत श्रम अधीक्षक पश्चिम चंपारण के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर धरना दिया गया। श्रम अधीक्षक के माध्यम से सचिव बिहार भवन एंव अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड पटना को 09 सूत्री मांग पत्र दिया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के जिला संयोजक जवाहर प्रसाद ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने पुंजीपति मित्रों के लिए चार श्रम कानून बनाया है जो मजदूर विरोधी कानून है। देश के निर्माण मजदूर व न्याय प्रिय लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा मोदी सरकार द्वारा लाए गए चारो श्रम सहिता को रद किया जाए पुराना श्रम कानून को लागू किया जाये।निर्माण मजदूरो और असंगठित क्षेत्र को मजदूरो की सामाजिक सुरक्षा मे कटौती बंद किया जाये असंगठित मजदूरो को 3000 हजार रुपया मा सिक पेन्सन दिया जाये।
निर्माण मजदूर यूनियन के सह संयोजक छोटे लाल कुशवाहा ने कहा पहले से निर्माण मजदूरो का निबंधन ऑफलाइन हुआ था वह आज तक ऑनलाइन नहीं करा पाये है इस लिए लीगेसी डाटा को चालू रखा जाये।श्रमिकों के अनुदान भुगतान में देरी व भुगतान नही होनी की स्थिति में श्रम इंस्पेक्टर का जीमेवार बानाया जाये
निर्माण मजदूर यूनियन के बैरिया अंचल संयोजक जोखू चौधरी ने कहा अनुदान के लिये जो मज़दूर पूर्व में ही आवेदन ऑनलाइन कर चुका है चाहे वह कोई भी योजना हो उसे जांच कारा कर अनुदान दीलाने में सहायता किया जाये इस कानून को पूर्व की तरह ही रखा जाये। साईकिल क्रय अनुदान को बढ़ाकर 3500 सौ रुपया से 5000 पाँच हजार किया जाये।
निर्माण मजदूर यूनियन के मझौलिया के गफूर मियां ने कहा घर मरमति योजना में कागजात की बैधता को हटाकर मजदूरो का घर मरमती का लाभ 20000 हजार से 100000 लाख किया जाये।नौतन के संयोजक वीरेंद्र राम के कहा असहमति और विरोध को खत्म करने वाले देश को पुलिसिया राज बनाने वाली तीनों आपराधिक कानून को रध्द किया जाये।
बैरिया के निर्माण मजदूर यूनियन के नेता बिनोद कुशवाहा ने कहा 102 एम्बुलेंस, विधालय राशोइया, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, समेत सभी स्कीम वर्कर्स को श्रम मानक के तहत न्यूनतम मजदूरी दिया जाये। कार्यक्रम में महेंद्र सहनी, हीरा सहनी, रिखी साह, नंद लाल राम, नौबत मियां, लाल जी राम आदि मौजूद थे।