5 सितंबर शिक्षक दिवस पर विशेष

श्वेतांक कृष्ण-शिक्षक दिवस हमारे लिए बहुत ही सुनहरा पर्व है। आज का दिन हमारे शिक्षकों का विशेष दिवस है । कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से इस समय सभी बच्चे अपने घरों में ही हैं जिसके चलते सभी तरह के स्कूल कॉलेज बंद हैं। शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन् के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। उनका जन्म आज के दिन 5 सितंबर 1888 को तथा उनकी मृत्यु 17 अप्रैल 1975 को हुई थी। वे भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति थे। इतना ही नहीं उनके नाम पर शिक्षा में सुधार हेतु राधाकृष्णन् आयोग का गठन भी किया गया था ।
उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किया था। उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों एवं शैक्षिक योगदानों को देखते हुए उन्हें वर्ष 1954 में भारत के सर्वोच्च नागरिक अलंकरण भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। वे शिक्षा जगत् के महान् ऋषि थे। उन्हें हिंदी सहित कई भाषाओं पर समान अधिकार प्राप्त था। वे इन भाषाओं में धारा प्रवाह बोल और लिख सकते थे। उनकी विद्वता को देखकर जब उनके चाहने वालों ने उनके जन्मदिन को मनाने की बात कही तब उन्होंने बड़ी विनम्रता पूर्वक कहा कहा यदि मेरे जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाय तो इससे मुझे बड़ी प्रसन्नता होगी ।तब से लेकर आज तक प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को उनके सम्मान में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस दिन हम स्कूल अथवा कॉलेज में अपने गुरु अथवा शिक्षक का चरण स्पर्श कर उन्हें उपहार आदि देते हैे तथा उनका आशीर्वाद लेते हैं । आज वह महान् पर्व है इस पर्व पर हम दुनिया के सभी शिक्षकों का अभिनंदन एवं वंदन करते हैं। शिक्षक दिवस पर हम सभी बच्चों की तरफ से सभी सम्मानित शिक्षकों को हार्दिक बधाई ।