सिटी पब्लिक महिला डिग्री कॉलेज फर्रुखाबाद मैं डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 131 वे जन्मदिवस के उपलक्ष में शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम
जनवाद टाइम्स संजय कुमार संवाददाता इटावा: आज सिटी पब्लिक महिला डिग्री कॉलेज फर्रुखाबाद मैं डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 131 वे जन्मदिवस के उपलक्ष में शिक्षक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जिसका शुभारंभ कॉलेज संस्थापक
सचिव श्री विजय सिंह विद्रोही ने सरस्वती मां की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके सभी शिक्षक बंधु एवं छात्रों को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। वरिष्ठ प्रवक्ता श्री अखिलेश शर्मा जी ने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन परिचय
पर प्रकाश डालते हुए बच्चों को बताया कि शिक्षक निस्वार्थ भाव से अपने शिष्यों को शिक्षा देता है एवं उसकी सफलता पर शिक्षक स्वयं गौरवान्वित महसूस करता है इसके साथ साथ शिष्यों को भी अपने उत्तर दायित्वों को समझना चाहिए और गुरु एवं माता-पिता की अपेक्षाओं को पूरा करना चाहिए जिससे परिवार समाज एवं देश का कल्याण हो सके। शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष श्री प्रमोद यादव ने अपने विचारों के माध्यम से शिक्षक की गरिमा बनाए रखने पर सभी शिक्षकों से आग्रह किया कि हम शिक्षक बंधु ऐसे कार्य करें जिससे समाज एवं देश की संस्कृति का किसी प्रकार से हिरास न हो। कॉलेज डायरेक्टर श्रीमती मीनाक्षी यादव जी ने वरिष्ठ शिक्षक श्री अखिलेश शर्मा जी उपहार दे कर सम्मानित किया शिक्षा संकाय के
विभागाध्यक्ष श्री प्रमोद यादव जी को भी डायरेक्टर ने उपहार देकर सम्मानित किया इसी के साथ साथ कालेज के सभी शिक्षकों को डायरेक्टर महोदया जी ने उपहार देकर सम्मानित किया। डीएलएड के छात्र छात्राओं ने समस्त शिक्षकों को उपहार देकर
सम्मानित किया कार्यक्रम का संचालन श्री अखिलेश शर्मा जी एवं श्री प्रमोद यादव जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की डायरेक्टर महोदया श्रीमती मीनाक्षी यादव जी ने कार्यक्रम की औपचारिक घोषणा की तथा सभी शिक्षकों एवं डीएलएड छात्र-छात्राओं को कार्यक्रम आयोजित करने के लिए महाविद्यालय परिवार की तरफ से धन्यवाद ज्ञापित किया। शिक्षक दिवस कार्यक्रम पर कॉलेज संस्थापक सचिव श्री विजय सिंह विद्रोही, डायरेक्टर श्रीमती मीनाक्षी यादव ,श्री अखिलेश कुमार शर्मा ,श्री प्रमोद यादव, श्री सिद्धार्थ कुमार गुप्ता श्री कृष्ण भगवान सिंह, श्री विजेंद्र सिंह सुश्री रोचिका शुक्लामौजूद रहे।