पिनाहट आगरा में चंबल नदी का पानी का जलस्तर 134 मीटर को किया पार, भारत में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का डीएम एसपी ने किया दौरा, पिनाहट में प्रशासनिक अधिकारियों का डेरा
संवाददाता रनवीर सिंह : खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही चंबल । ग्रामीणों ने दहशत में चंबल के ऊंचे टीलों पर पहुंचकर गुजारी रात । कोटा बैराज से
और पानी आने की आशंका, सन 1996 का चंबल नदी ने तोड़ा रिकॉर्ड ।चंबल किनारे तटवर्ती इलाकों के दर्जनभर गांव बने टापू । पिनाहट बाढ प्रभावित क्षेत्रो का दौरा करते हुए डीएम आगरा और एसएसपी आगरा ।
प्रशासन द्वारा किसी अनहोनी से निपटने के लिए कड़े इंतजाम आगरा सेब पीएसी की प्लाटून की गई तैनात
गौहरा, भटपुरा ,रानीपुरा, गुढ़ा, झरना पुरा, उमरेठापुरा, कछियारा,डगौंरा,रेहा गांव का मुख्यालय से संपर्क टूटा, प्रशासन द्वारा इन गांव की किसी अनहोनी को देखते हुए बिजली आपूर्ति काटी गई । प्रशासनिक अधिकारियों ने चंबल किनारे डाला डेरा। कोटा बैराज के सभी 19 गेट खोलने से लगातार बढ़ रहा जलस्तर
पिनाहट घाट पर 134 मीटर पहुंचा चंबल का 2 मीटर जलस्तर खतरे का निशान चंबल ने किया पार, ग्रामीणों की परेशानी बढ़ी।
ग्रामीण लगातार यमुना के बढ़ते जल स्तर पर नजर बनाए हुए हैं।
बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने बाट और सभी क्षेत्रों में मुनादी करवाई।
बाढ़ की आशंका से सामान सहित घर छोड़ने को मजबूर।
बाढ़ की आशंका से ग्रामीण के लोग परिवार सहित खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर।
पिनाहट आगरा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोग परिवार सहित कर रहे हैं रतजगा ।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों ग्रामीणों के साथ जानवरों को भी करना पड़ रहा है परेशानी का सामना।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए पिनाहट में प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरी तरह से नजर बनाई हुई है तथा प्रशासनिक अधिकारियों पूरी तरीके से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मैं 24 घंटे निगरानी कर रही है।