उत्तर भारत के प्रसिद्ध बटेश्वर लोक मेले में प्रतिवर्ष गिरावट
संवाददाता रनवीर सिंह : उत्तर भारत का सुप्रशिद्ध लोक एंव पशु मेला दुनिया भर में जाना जाता है मेले में बकरी से लेकर हाथी घोड़े ऊंट और बैल सहित सभी प्रकार के जानवर बटेश्वर मेले में खरीदे बेचे जाते थे । लेकिन लेकिन कई सरकारें आई गई बड़ेबड़े वादे किए लेकिन किसी भी सरकार का दुनियां भर में सुप्रशिद्ध तीर्थ स्थल बटेश्वर धाम पर किसी की नजर नहीं पड़ी और दिन प्रति दिन मेला में गिरावट आ रही
है। बटेश्वर पशु मेला समाप्त हो चुका है अब लोक मेले की जोर सोर से तैयारियां शुरू हो गईं है । बड़े बड़े सन्तों के अखाड़े लगना शुरू होगये है। आज मैनपुरी से जूना अखाड़ा से तीर्थ धाम बटेश्वर में आये खड़े श्वरी महाराज श्री श्री 108 बाबा चरणदास जी महाराज 8 साल से खडे है। झूले पर ही खड़े होकर खाना पीना करतें ओर खड़े होकर ही शौच को जाते है। आराम और नीदं रात को झूले के सहारा लेकर नीदं लेते है।बाबा ने बताया कि हमारे गुरु भी 26 साल से अब तक खड़े ही रहकर सभी कार्य करते थे । उन्होंने
बताया कि जब तक मे खड़ा रहूंगा तब तक अयोध्या में राममंदिर की नींव नहीं बनने के लिए चालू नहीं होगी तबतक में खड़ा ही रहकर भगवान की सेवा भजन में लगा रहूँगा । आज हमारे गुरु इस दुनियां में नहीं है में उनका शिष्य भी गुरु की आज्ञा का पालन करूंगा में भी जब तक राम मंदिर नहीं बन जाता तब तक खड़ा ही रहूंगा चाहें मुझे भी खड़े ही मेरे प्राण निकल जाएं।