उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने नियमो की धज्जियां उड़ाते अनुसूचित जाति और पिछड़े समाज के बहुसंख्यक प्रतियोगी छात्रों को दिखाया बाहर का रास्ता

संजय कुमार व्यूरो चीफ इटावा: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग
विज्ञापन संख्या:- 20
पद:-गन्ना पर्यवेक्षक
संख्या:- 437 रिक्तियां
अनारक्षित पद(Open Category):-275 पद
अनुसूचित जाति:– 74 पद
अनुसूचित जनजाति:– 11 पद
अन्य पिछडा वर्ग:– 77 पद
31/8/2019 को लिखित परीक्षा संपन्न हुई।
लिखित परीक्षा में 2475 प्रतियोगी छात्र साक्षात्कार के लिये सफल हुए।
जिनका कट ऑफ(CUT_OFF) का अंक निम्नवत हैं।
अनारक्षित_वर्ग :- 180 नंबर
अनुसूचित_जाति:– 180 नंबर
अन्य_पिछड़ा_वर्ग:- 180 नंबर
अनारक्षित 275 पद के साक्षात्कार के लिये सामान्य वर्ग के 743 प्रतियोगियों छात्र/छात्राओं को बुलाया गया।
मतलब 1 पद पर सामान्य वर्ग के 2.7 छात्र/छात्रओं को बुलाया गया।
वही अनुसूचित जाति के 74 पद के साक्षात्कार के लिये 278 छात्र/छात्रओं को बुलाया गया हैं।
मतलब 1 पद पर अनुसूचित वर्ग के 3.7 छात्र/छात्रओं को बुलाया गया।
वही अन्य पिछड़ा वर्ग के 77 पद के साक्षात्कार के लिये 1443 लोगो को बुलाया गया हैं।
मतलब 1 पद पर 18 अन्य पिछड़े वर्ग के छात्रो को बुलाया गया ।
किस नियम के तहत 1 पद के लिये अन्य पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को साक्षात्कार हेतु 18 लोगो को बुलाया गया हैं
और वही सामान्य वर्ग के 1 पद के लिये मात्र 2 लोगो को बुलाया गया है?
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए पहले ही अनारक्षित पदों को सिर्फ सामान्य वर्ग के प्रतियोगियो को देने के लिये सबकी CUT_OFF अंक बराबर कर अनुसूचित जाति और पिछड़े समाज के बहुसंख्यक प्रतियोगी छात्रो को बाहर का रास्ता दिखा दिया हैं और उसके बाद साक्षात्कार में अलग अलग नियम अपना कर मेरिटधारियों की मेरिट बरकार रखने की पुरी कोशिश की है।